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नवोदय प्रवेश परीक्षा में गणित पाठ्यक्रम की तैयारी """✍️ विद्या विज्ञान की प्रस्तुति

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""नवोदय प्रवेश परीक्षा में गणित पाठ्यक्रम की तैयारी """ ✍️ विद्या विज्ञान की प्रस्तुति  Published by Naveen Singh Rana  नवोदय प्रवेश परीक्षा में गणित की तैयारी  महत्वपूर्ण योगदान होता है, और इसकी तैयारी के लिए ग्रामीण सरकारी प्राथमिक स्कूलों में निम्नलिखित तरीके अपनाए जा सकते हैं: ### गणित पाठ्यक्रम (Mathematics Syllabus): 1. **संख्या प्रणाली (Number System):**    - पूर्णांक, भिन्न, दशमलव, सम और विषम संख्या।    - संख्याओं की जोड़, घटाव, गुणा और भाग।     2. **सरलीकरण और समीकरण (Simplification and Equations):**    - अभिव्यक्ति का सरलीकरण।    - छोटे समीकरणों का हल करना। 3. **मापन (Measurement):**    - लंबाई, क्षेत्रफल, आयतन, समय और भार की माप।     4. **ज्यामिति (Geometry):**    - सरल ज्यामितीय आकृतियाँ जैसे त्रिकोण, चतुर्भुज, वृत्त।    - कोण और उनके गुण। 5. **डेटा हैंडलिंग (Data Handling):**    - तालिकाओं और चित्रों के माध्यम से डेटा का विश्लेषण।    - औसत...

नवोदय प्रवेश परीक्षा में रीजनिंग का पाठ्यक्रम और तैयारी:**✍️ विद्या विज्ञान की प्रस्तुति

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**नवोदय प्रवेश परीक्षा में रीजनिंग का पाठ्यक्रम और तैयारी:** ✍️ विद्या विज्ञान की प्रस्तुति  Publised by Naveen Singh Rana  रीजनिंग (तार्किक क्षमता) के प्रश्न नवोदय प्रवेश परीक्षा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, क्योंकि यह बच्चों की सोचने-समझने की क्षमता का आकलन करता है। इसके लिए निम्नलिखित पाठ्यक्रम पर ध्यान देना चाहिए: 1. **अंक और आरेखीय श्रेणी (Number & Figure Series):**    - इसमें बच्चों को संख्याओं या चित्रों की श्रृंखला में पैटर्न पहचानना होता है। बच्चों को सरल से जटिल पैटर्न समझने के लिए रोज अभ्यास कराया जाए।    - उदाहरण: 2, 4, 6, 8… अगली संख्या क्या होगी? 2. **आकृति पहचान (Figure Classification):**    - विभिन्न आकृतियों में समानता या अंतर बताने की क्षमता पर आधारित प्रश्न आते हैं।    - उदाहरण: कौन सी आकृति अन्य से भिन्न है? 3. **समानता और भिन्नता (Similarity & Differences):**    - शब्दों, आकृतियों या संख्याओं के समूहों में से समान या भिन्न को पहचानना सिखाएं।    - उदाहरण: बताएं कि इनमें ...

**मोबाइल और टीवी से ध्यान हटाकर बच्चों में पढ़ाई की ललक कैसे बढ़ाएं**

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मोबाइल और टीवी से ध्यान हटाकर बच्चों में पढ़ाई की ललक कैसे बढ़ाएं ✍️ नवीन सिंह राणा        विद्या विज्ञान  आधुनिक समय में बच्चों को मोबाइल और टेलीविजन से दूर रखकर पढ़ाई की ओर प्रेरित करना एक चुनौती हो सकता है, लेकिन सही तरीके और अनुशासन से इसे संभव किया जा सकता है। यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं: 1. **सक्रिय अनुशासन और स्क्रीन समय की सीमा**    - बच्चों के लिए मोबाइल और टेलीविजन के उपयोग का एक निश्चित समय तय करें। उदाहरण के लिए, पढ़ाई के बाद या सप्ताह के कुछ दिन ही इन्हें इस्तेमाल करने की अनुमति दें।    - स्क्रीन टाइम को शिक्षाप्रद गतिविधियों या सीमित मनोरंजन तक ही रखें, ताकि बच्चे को इस बात का अहसास हो कि मोबाइल केवल मनोरंजन के लिए नहीं  2. **पढ़ाई को रुचिकर बनाएं**    - पढ़ाई को केवल एक जिम्मेदारी की बजाय एक मजेदार और उत्साहजनक अनुभव बनाएं। बच्चों की रुचि के अनुसार इंटरैक्टिव लर्निंग सामग्री जैसे शैक्षिक खेल, कहानियाँ, और एक्टिविटी बुक्स का उपयोग करें।    - उनकी रुचियों से जुड़े प्रोजेक्ट या गतिविधियाँ दें, जै...

अभिभावकों द्वारा बच्चों में पढ़ने की ललक विकसित करने के तरीके

अभिभावकों द्वारा बच्चों में पढ़ने की ललक विकसित करने के लिए  तरीके ✍️ विद्या विज्ञान  1. **पढ़ने का माहौल तैयार करें**: घर में एक विशेष स्थान बनाएं जहां बच्चे आराम से बैठकर पढ़ सकें। उस स्थान पर किताबें, पत्रिकाएं, और अन्य पढ़ने का सामान रखें। जब बच्चों को पढ़ने के लिए अनुकूल माहौल मिलेगा, तो उनकी पढ़ाई में रुचि बढ़ेगी। 2. **स्वयं उदाहरण बनें**: बच्चे अपने माता-पिता को देखकर बहुत कुछ सीखते हैं। यदि अभिभावक खुद नियमित रूप से किताबें पढ़ते हैं, तो बच्चे भी पढ़ने की प्रेरणा प्राप्त करते हैं। अपने बच्चों के सामने किताब पढ़ें और पढ़ने के प्रति अपने उत्साह को व्यक्त करें। 3. **दिलचस्प किताबों का चयन**: बच्चों की उम्र और रुचियों के अनुसार किताबें चुनें। कहानियों, चित्रों, और रोचक सामग्री वाली किताबें बच्चों का ध्यान आकर्षित करती हैं और उन्हें पढ़ने की आदत डालने में मदद करती हैं। 4. **पढ़ने को मजेदार बनाएं**: पढ़ाई को बोझ नहीं बल्कि मजेदार गतिविधि की तरह प्रस्तुत करें। कहानियों को अभिनय के रूप में सुनाना, उन्हें चित्र बनाने के लिए प्रोत्साहित करना, या पुस्तक से जुड़ी क्विज़ कराना एक श...

प्रार्थना सभा के मुख्य अंग और उनका संचालन:**

**प्रार्थना सभा के मुख्य अंग और उनका  संचालन:* ✍️ विद्या विज्ञान  प्रार्थना सभा स्कूलों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होती है, जिसमें बच्चों को अनुशासन, एकता, नैतिक मूल्य, और जीवन में सफलता के मार्ग पर चलने की प्रेरणा मिलती है। यह बच्चों के मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक विकास में सहायक होती है। प्रार्थना सभा के निम्नलिखित मुख्य अंग होते हैं: --- ### **1. प्रार्थना (Prayer):** #### **संचालन:** - प्रार्थना सभा की शुरुआत प्रार्थना से होती है। प्रार्थना में बच्चे एक साथ ईश्वर का स्मरण करते हैं, जिससे उनमें एकता की भावना विकसित होती है। - शिक्षक या कक्षा प्रतिनिधि द्वारा प्रार्थना का संचालन किया जाता है। - प्रार्थना के दौरान सभी बच्चे शांति और धैर्य के साथ खड़े होते हैं, जिससे अनुशासन और संयम की शिक्षा मिलती है। #### **प्रार्थना के तीन उदाहरण:** 1. **सरल प्रार्थना:** "हे प्रभु, हमें सत्य और धर्म के मार्ग पर चलने की शक्ति दें।" 2. **गीतात्मक प्रार्थना:** "वन्दे मातरम्" या "रघुपति राघव राजा राम" जैसे गीत। 3. **मौन प्रार्थना:** सभी बच्चे अपने मन में कुछ समय तक मौन रहकर ध...

प्राथमिक स्तर पर प्रार्थना सभा पर प्रोजेक्ट कार्य** *रुचिकर और प्रभावशाली प्रार्थना सभा के माध्यम से बच्चों में नैतिक और नेतृत्व गुणों का विकास*

**प्राथमिक स्तर पर प्रार्थना सभा पर प्रोजेक्ट कार्य**   *रुचिकर और प्रभावशाली प्रार्थना सभा के माध्यम से बच्चों में नैतिक और नेतृत्व गुणों का विकास* ✍️ Naveen Singh Rana      विद्या विज्ञान  --- ### **1. प्रोजेक्ट का शीर्षक:** *"सकारात्मक प्रार्थना सभा: अनुशासन, नैतिकता, और नेतृत्व के विकास की ओर एक कदम"* ### **2. परियोजना की अवधि:**   2 महीने --- ### **3. उद्देश्य:** - प्रार्थना सभा को आकर्षक और बच्चों के लिए रोमांचक बनाना। - बच्चों में नैतिक मूल्यों, नेतृत्व क्षमता, और आत्मविश्वास का विकास करना। - प्रार्थना सभा के समय विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से बच्चों के संचार कौशल और अनुशासन में सुधार लाना। --- ### **4. प्रारंभिक चरण (1 सप्ताह):** #### **(i) योजना और तैयारी:** - **शिक्षक बैठक:**      सभी शिक्षकों की बैठक में प्रार्थना सभा की संरचना और गतिविधियों पर चर्चा।   - **ग्रुप्स का गठन:**      कक्षा के सभी बच्चों को छोटे-छोटे समूहों में बाँटा जाएगा। हर समूह को एक सप्ताह के लिए प्रार्थना सभा का संचालन...

प्राथमिक स्तर पर प्रार्थना सभा पर प्रोजेक्ट कार्य और बच्चों में सुधार हेतु प्रयास**

**प्राथमिक स्तर पर प्रार्थना सभा पर प्रोजेक्ट कार्य और बच्चों में सुधार हेतु प्रयास**  ✍️By Naveen Singh Rana  विद्या विज्ञान  **प्रोजेक्ट का शीर्षक:**   "प्रार्थना सभा का महत्त्व और बच्चों के नैतिक विकास में इसका योगदान" **परिचय:** प्रार्थना सभा का प्राथमिक विद्यालयों में एक महत्वपूर्ण स्थान है। यह न केवल दिन की शुरुआत को सुसंगठित करता है, बल्कि बच्चों में अनुशासन, नैतिकता, और सामाजिक मूल्यों का विकास भी करता है। प्रार्थना सभा के माध्यम से बच्चों को एक मंच मिलता है जहां वे अपने विचार प्रस्तुत कर सकते हैं और टीम वर्क, नेतृत्व कौशल, और सांस्कृतिक मूल्यों को आत्मसात कर सकते हैं। **प्रोजेक्ट के उद्देश्य:** 1. प्रार्थना सभा के दौरान बच्चों में अनुशासन, आत्मविश्वास, और एकता की भावना को विकसित करना। 2. बच्चों को प्रार्थना सभा के महत्व के प्रति जागरूक करना। 3. बच्चों को नैतिक, सामाजिक और सांस्कृतिक मूल्यों से अवगत कराना। 4. बच्चों की संचार क्षमता और प्रस्तुति कौशल में सुधार लाना। 5. बच्चों में नेतृत्व गुणों और टीम वर्क को प्रोत्साहित करना। **प्राथमिकता प्रयास:** 1. **प...

प्रोजेक्ट कार्य:** *हिंदी भाषा सीखने-सिखाने में पुस्तकालय का उपयोग*

**प्रोजेक्ट कार्य:**   *हिंदी भाषा सीखने-सिखाने में पुस्तकालय का उपयोग* By Naveen Singh Rana  --- **प्रोजेक्ट का नाम:** **“हिंदी के पंख: पुस्तकालय से भाषा कौशल का विकास”** **उद्देश्य:** - हिंदी भाषा में बच्चों की पढ़ने, समझने, लिखने, और बोलने की क्षमता का विकास करना। - बच्चों को हिंदी साहित्य, कहानियों, कविताओं, और शब्दों के खेल से जोड़ना। - पुस्तकालय के माध्यम से बच्चों में भाषा के प्रति रुचि और अध्ययन की आदत विकसित करना। --- *प्रोजेक्ट की अवधि:**   4 महीने ---  **प्रोजेक्ट के सभी चरण:** ---  **1. प्रारंभिक योजना और तैयारी (1 सप्ताह):**  **(i) पुस्तकालय का वातावरण:**      - पुस्तकालय को आकर्षक और बच्चों के अनुकूल बनाना, जिसमें हिंदी कहानियों, कविताओं और बाल साहित्य से संबंधित पोस्टर लगाए जाएं।      - हिंदी साहित्य से संबंधित कोने बनाए जाएं, जहाँ विभिन्न उम्र के बच्चों के लिए पुस्तकें उपलब्ध हों।  **(ii) पुस्तक चयन:**      - कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों के लिए आयु-उपयुक्त सरल हिंदी कहान...

सीक्रेट ऑफ लीडरशिप** पुस्तक की समीक्षा:

**सीक्रेट ऑफ लीडरशिप** पुस्तक की समीक्षा: ✍️ Naveen Singh Rana        विद्या विज्ञान  **पुस्तक का परिचय:**   *सीक्रेट ऑफ लीडरशिप* एक ऐसी पुस्तक है जो नेतृत्व के गुणों को सरल और प्रभावी तरीके से समझाती है। यह पुस्तक बताती है कि एक सच्चा लीडर कौन होता है और कैसे कोई व्यक्ति महान नेतृत्व कौशल विकसित कर सकता है। किताब में जीवन के विभिन्न पहलुओं और सफल नेतृत्व के रहस्यों का खुलासा किया गया है, जो हर व्यक्ति को प्रेरित कर सकता है, चाहे वह किसी भी क्षेत्र में क्यों न हो।  **मुख्य बिंदु:** 1. **लीडरशिप का अर्थ**:      पुस्तक में नेतृत्व को केवल पद या अधिकार के रूप में नहीं, बल्कि जिम्मेदारी और सेवा के रूप में देखा गया है। एक लीडर का असली काम अपनी टीम का मार्गदर्शन करना और उन्हें प्रेरित करना है। इसमें बताया गया है कि एक अच्छा लीडर न केवल आदेश देता है, बल्कि वह अपने उदाहरण से टीम को प्रेरित करता है। 2. **कम्युनिकेशन की ताकत**:      प्रभावी संवाद नेतृत्व का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है। अगर लीडर सही तरीके से अपनी बात टीम...

प्राथमिक कक्षाओं (कक्षा 1 से 5) के बच्चों को *1% फार्मूला के अनुसार शिक्षण ✍️ विद्या विज्ञान

प्राथमिक कक्षाओं (कक्षा 1 से 5) के बच्चों को *1% फार्मूला के अनुसार शिक्षण  ✍️ Naveen Singh Rana       विद्या विज्ञान  प्राथमिक कक्षाओं (कक्षा 1 से 5) के बच्चों को *1% फार्मूला* के आधार पर सीखने सिखाने का उद्देश्य है उन्हें धीरे-धीरे, मगर सतत तरीके से बेहतर बनने के लिए प्रेरित करना। इस उम्र के बच्चे अपनी सीखने की यात्रा की शुरुआत करते हैं, और छोटे-छोटे सुधारों से वे बड़े बदलाव की दिशा में बढ़ सकते हैं। यहाँ कुछ तरीके दिए गए हैं जिनसे *1% फार्मूला* इन कक्षाओं में उपयोग किया जा सकता है: ### 1. **छोटी-छोटी उपलब्धियाँ और प्रोत्साहन:**    *1% फार्मूला* के अनुसार, बच्चों को हर दिन एक छोटी उपलब्धि हासिल करने के लिए प्रेरित करें। उदाहरण के लिए:    - **गणित**: रोज़ाना केवल एक नया जोड़ या घटाव सीखना। छोटे-छोटे अभ्यासों के माध्यम से धीरे-धीरे संख्याओं में महारत हासिल की जा सकती है।    - **भाषा**: हर दिन एक नया शब्द सीखें या एक छोटा वाक्य लिखने का अभ्यास करें। इससे बच्चों की भाषा समझने और लिखने की क्षमता धीरे-धीरे बढ़ेगी।    बच्च...

1% फार्मूला" पुस्तक की समीक्षा:✍️ विद्या विज्ञान

**"1% फार्मूला" पुस्तक की समीक्षा: ✍️ विद्या विज्ञान  **पुस्तक का सारांश:**   *1% फार्मूला* एक प्रेरणादायक और आत्म-विकास पर आधारित पुस्तक है, जिसका मूल सिद्धांत यह है कि आप अपने जीवन में किसी भी बड़े परिवर्तन को छोटे, सतत सुधारों के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं। यह विचार इस पर आधारित है कि हर दिन सिर्फ 1% बेहतर बनने से लंबी अवधि में बड़े बदलाव आते हैं। लेखक इस सिद्धांत को जीवन के विभिन्न पहलुओं पर लागू करते हैं, जैसे कि व्यक्तिगत विकास, करियर, स्वास्थ्य और संबंध। पुस्तक बताती है कि लोग अक्सर सफलता की एक बड़ी छलांग लगाने के बारे में सोचते हैं, लेकिन असल में छोटी-छोटी आदतों में सुधार ही हमें आगे बढ़ने में मदद करते हैं। अगर कोई व्यक्ति हर दिन 1% बेहतर हो जाता है, तो साल के अंत तक यह प्रगति बहुत बड़ी हो सकती है। उदाहरण के लिए, अगर आप रोज़ाना अपने कौशल में थोड़ा सुधार करते हैं, तो आप धीरे-धीरे उसमें निपुणता प्राप्त कर सकते हैं।  **मुख्य बिंदु:** 1. **छोटे सुधार, बड़ी सफलता**: हर दिन थोड़ा सा बेहतर बनने का प्रयास करें। अगर आप रोज़ाना 1% सुधार करते हैं, तो एक साल के अंत मे...

बेसिक स्तर पर कक्षा 1, 2 और 3 के बच्चों के लिए सामान्य अंग्रेज़ी सीखने हेतु रोचक प्रोजेक्ट कार्य**

**बेसिक स्तर पर कक्षा 1, 2 और 3 के बच्चों के लिए सामान्य अंग्रेज़ी सीखने हेतु रोचक प्रोजेक्ट कार्य** ✍️ विद्या विज्ञान की प्रस्तुति  परियोजना का नाम:   **"अंग्रेज़ी की मज़ेदार दुनिया (Fun with English)"** ### उद्देश्य:   इस प्रोजेक्ट का मुख्य उद्देश्य कक्षा 1, 2 और 3 के बच्चों को सामान्य अंग्रेज़ी सीखने के लिए रोचक और मज़ेदार तरीके से प्रोत्साहित करना है। हम इस प्रोजेक्ट में हिन्दी और अंग्रेज़ी के मिश्रण का उपयोग करेंगे, ताकि बच्चे अंग्रेज़ी को अपनी रोज़मर्रा की भाषा में आसानी से अपना सकें। यह गतिविधियाँ खेलों और मजेदार कार्यों से भरी हुई होंगी, जिससे बच्चों का ध्यान केन्द्रित रहेगा और वे उत्सुकता से सीखेंगे। --- **प्रोजेक्ट कार्य 1: "मेरा दैनिक दिनचर्या (My Daily Routine)"** **कार्य विवरण (Task Description):** बच्चे अपनी दैनिक दिनचर्या (Daily Routine) को अंग्रेज़ी में लिखेंगे और चित्र बनाकर प्रस्तुत करेंगे। हर बच्चा अपने दिन की शुरुआत से लेकर सोने तक की घटनाओं को छोटे-छोटे वाक्यों में लिखेगा।   उदाहरण के लिए: - **I wake up at 7 o'clock (मैं 7 बजे उठता...

आदित्य और जंगली जानवरों की मित्रता**

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आदित्य और  जंगली जानवरों की मित्रता** नवीन सिंह राणा  एक गाँव में एक बालक रहता था, जिसका नाम था आदित्य। वह बहुत ही उत्सुक बालक था नई नई चीजों के बारे में जानने को हमेशा लालायित रहता था। उसकी मां उसके हर बात का जबाब बहुत ही सलीके से देती थी कि आदित्य अपनी उत्सुकता का समाधान पा सके। आदित्य के घर पर बड़ी ही प्यारी गाय थी, जिसका नाम था गौरी। गौरी बहुत ही समझदार और वफादार गाय थी। और पूरा परिवार उस गौरी का ख्याल रखता था। इससे गौरी परिवार के साथ खुशी खुशी रहती थी और आदित्य गौरी के साथ इधर उधर कभी कभी घूमने जाया करता था। एक दिन, आदित्य ने अपनी गौरी को लेकर जंगल में घूमने चला गया। वहाँ उसने कई जंगली जानवर देखे। उसने देखा कि वहाँ कई तरह के जानवर रहते हैं, जैसे शेर, बाघ, हाथी, लोमड़ी, बंदर और बहुत सारे पक्षी। गौरी भी बहुत ही उत्साहित थी और आदित्य को सबकुछ बताने लगी। सभी जानवर गौरी और आदित्य के आसपास आकर उनको निहारने लगे। उनको देखकर आदित्य बहुत खुश हुआ और उनके बारे में गौरी की बाते बहुत ध्यान से सुनने लगा। आदित्य उन जानवरों के खान पान के बारे में और अधिक जानना चाहता था। इसलिए...

समुद्र की कहानी: जल एक अनमोल रत्न✍️ नवीन सिंह राणा

समुद्र की कहानी: जल एक अनमोल रत्न ✍️ नवीन सिंह राणा  एक गाँव में रहने वाला बच्चा रमेश था। रमेश का सबसे प्यारा खेल था किनारे पर खेलना। उसे खेलने के लिए समुद्र की ओर जाना पसंद था। एक दिन, रमेश ने अपने दादाजी से पूछा, "दादाजी, समुद्र क्या है?" दादाजी ने प्यार से समुद्र के बारे में बताया, "रमेश, समुद्र एक बहुत बड़ा जल प्रदेश है जो पृथ्वी का एक हिस्सा है। यहाँ पर बहुत गहरा और नीला पानी होता है। समुद्र जीवन का महत्वपूर्ण स्रोत है और हमारी संसार के लिए अनमोल है।" रमेश ने हैरानी से पूछा, "लेकिन दादाजी, समुद्र में इतना पानी कहाँ से आता है?" दादाजी ने उसे समझाया, "बेटा, समुद्र में पानी सभी जल स्रोतों से आता है, जैसे कि नदियाँ, झीलें, बर्फ़ीले पहाड़ और वर्षा। यहाँ पर बहुत सारे प्राणी रहते हैं, जैसे कि मछलियाँ, कछुआ, और बहुत से पक्षी।" रमेश ने गहराई से सुना, "दादाजी, समुद्र में इतने रंग कैसे आते हैं?" दादाजी ने मुस्कान में जवाब दिया, "बेटा, समुद्र के रंग विभिन्न कारणों से आते हैं, जैसे कि नीला और हरा पिगमेंट सूर्य के प्रकाश के प्रतिबिंब से आता...