रानी और आकाशीय पिंडों का अद्भुत सफर : एक विज्ञान कहानी
रानी और आकाशीय पिंडों का अद्भुत सफर
: नवीन सिंह
(बाल विज्ञान कहानी के माध्यम से लेखक ने आकाशीय पिंडो की जानकारी देने का प्रयास किया है।)
रानी एक छोटी सी बच्ची थी, जिसे रात में आसमान देखना बहुत पसंद था। एक रात, जब वह अपने बगीचे में बैठकर तारों को देख रही थी, तो उसने सोचा, "आसमान में ये चमकते हुए तारे, चाँद और बाकी चीजें क्या हैं?"यह सोचते सोचते वह न जानें कैसे सपनों में में खो गई। उसने देखा कि एक जादुई तारा उसके पास आया और बोला, "हेलो रानी! क्या तुम आकाशीय पिंडों के बारे में जानना चाहोगी?"
रानी ने खुशी से सिर हिलाया। तारे ने अपनी चमकदार रौशनी से एक रास्ता बनाया और रानी को अपने साथ आकाशीय सफर पर ले गया।
सबसे पहले, वे चाँद के पास पहुंचे। तारा बोला, "रानी, यह चाँद है। यह पृथ्वी का एक उपग्रह है। चाँद हमेशा पृथ्वी के चारों ओर घूमता रहता है और इसकी वजह से हमें रात में सुंदर चाँदनी दिखाई देती है।"
रानी ने चाँद को करीब से देखा और कहा, "चाँद बहुत सुंदर है! पर यह दिन में क्यों नहीं दिखता?"
तारा मुस्कुराया और बोला, "दिन में सूर्य की रौशनी बहुत तेज होती है, इसलिए चाँद दिखाई नहीं देता।"
फिर, वे सूरज की ओर बढ़े। तारा बोला, "रानी, यह है सूर्य। यह एक तारा है और हमारे सौरमंडल का केंद्र है। यह हमें गर्मी और रौशनी देता है। बिना सूर्य के, जीवन असंभव होता।"
रानी ने सूरज को देखा और कहा, "सूरज बहुत चमकदार है!"
आगे बढ़ते हुए, वे एक बड़े ग्रह के पास पहुंचे। तारा बोला, "यह बृहस्पति है, हमारे सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह। इसे गैस दानव भी कहते हैं क्योंकि यह ज्यादातर गैसों से बना है।"
रानी ने बृहस्पति की विशालता को देखकर कहा, "यह तो बहुत बड़ा है!"
फिर, तारा रानी को शनि ग्रह के पास ले गया। शनि के चारों ओर सुंदर छल्ले थे। तारा बोला, "यह शनि है। इसके चारों ओर छल्ले हैं जो बर्फ और धूल से बने हैं।"
रानी ने शनि के छल्लों को देखा और कहा, "ये छल्ले तो बहुत सुंदर हैं!"
आखिर में, तारा रानी को एक छोटे और ठंडे ग्रह के पास ले गया। "यह है प्लूटो," तारा बोला, "यह हमारे सौरमंडल का सबसे छोटा और दूर का ग्रह है।"
रानी ने प्लूटो को देखकर कहा, "यह तो बहुत दूर और ठंडा है।"
तारा रानी को वापस पृथ्वी पर ले आया और बोला, "रानी, अब तुम आकाशीय पिंडों के बारे में जान गई हो। चाँद, सूर्य, ग्रह और तारे, ये सभी आकाशीय पिंड हैं और हमारे आकाश को अद्भुत बनाते हैं।"
रानी ने मुस्कुराते हुए कहा, "धन्यवाद, जादुई तारे! अब मुझे आकाशीय पिंडों के बारे में बहुत कुछ पता चल गया है।" तभी बगीचे में उसकी दादा जी उसे चिल्लाते हुऐ सुनाई पड़े,," रानी, रानी आप किधर हो ? रानी सपने से बाहर आई और दादा जी के साथ घर चली गई।
रानी ने उस रात सोने से पहले आसमान की ओर देखा और उन सभी आकाशीय पिंडों को याद किया जिनके बारे में उसने जाना। इस तरह, रानी ने आकाशीय पिंडों के अद्भुत सफर से बहुत कुछ सीखा और हर रात आसमान को निहारने लगी।
इस कहानी में हमने सीखने का प्रयास किया कि
1: चांद पृथ्वी का उपग्रह है और इसका चक्कर लगाता है। जिससे हमे चांदनी मिलती है।
2: सूर्य एक तारा है और यह हमारे सौर मंडल के केंद्र में है।
3: बृहस्पति सौर परिवार का सबसे बडा ग्रह है।
4: शनि के आस आस छल्ले हैं जो बर्फ और धूल से बने हैं।
5: प्लूटो सबसे छोटा और सबसे दूर का ग्रह है।
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