प्रोजेक्ट: समय का ज्ञान करानाशीर्षक: "समय का महत्व: घड़ी के साथ समय का ज्ञान"

प्रोजेक्ट: समय का ज्ञान कराना

शीर्षक: "समय का महत्व: घड़ी के साथ समय का ज्ञान"


---

मुख्य विवरण

1. विद्यालय का नाम: राजकीय प्राथमिक विद्यालय ,......... खटीमा, ऊधम सिंह नगर


2. कक्षा: 3


3. प्रोजेक्ट अवधि: 10 दिन


4. प्रोजेक्ट का उद्देश्य:

समय की अवधारणा (घंटे, मिनट, सेकंड) का सटीक ज्ञान देना।

बच्चों को घड़ी पढ़ने, समय लिखने और उसके उपयोग को समझने के योग्य बनाना।

समय प्रबंधन और अनुशासन के महत्व को समझाना।

खेल और व्यावहारिक गतिविधियों के माध्यम से सीखने को रोचक बनाना।





---

परियोजना के चरण

चरण 1: प्रारंभिक गतिविधि - समय का परिचय (पहला और दूसरा दिन)

गतिविधियां:

1. समय का महत्व समझाना:

बच्चों को दिन के चार मुख्य हिस्सों (सुबह, दोपहर, शाम, रात) की पहचान कराना।

सरल प्रश्न पूछें:

तुम सुबह कितने बजे उठते हो?

स्कूल जाने का समय कब है?

तुम्हारा पसंदीदा टीवी शो कितने बजे आता है?


इन उत्तरों के आधार पर बच्चों को समय के महत्व के बारे में चर्चा कराएं।



2. घड़ी का परिचय:

कक्षा में एक बड़ी घड़ी (दीवार घड़ी या खिलौना घड़ी) लाएं।

छोटी और बड़ी सुई के कार्य समझाएं।

बच्चों को दिखाएं कि एक घंटे में छोटी सुई एक अंक आगे बढ़ती है और बड़ी सुई पूरे चक्र को पूरा करती है।



3. समय का अभ्यास:

बोर्ड पर अलग-अलग समय (जैसे 3:15, 4:45) लिखकर बच्चों से घड़ी पर दिखाने को कहें।

यह सुनिश्चित करें कि बच्चे घंटा और मिनट की सुई की स्थिति सही से समझें।





---

चरण 2: खेल आधारित शिक्षा (तीसरा और चौथा दिन)

गतिविधियां:

1. घड़ी बनाना (DIY एक्टिविटी):

बच्चों से कार्डबोर्ड, रंगीन कागज, और पेंसिल का उपयोग करके घड़ी बनाने को कहें।

घड़ी पर 1 से 12 तक अंक लिखवाएं।

सुइयों को घड़ी पर चलाने योग्य बनाएं।

बच्चे अपनी घड़ी पर समय सेट करने का अभ्यास करें।



2. खेल: "समय बताओ":

बच्चों को घड़ी पर अलग-अलग समय सेट करने के लिए कहें।

जैसे, "9:30 पर बड़ी और छोटी सुई कहां होंगी?"

सही उत्तर देने वाले बच्चों को अंक देकर प्रोत्साहित करें।



3. समय मापन के खेल:

बच्चों से स्टॉपवॉच या घड़ी का उपयोग करके मापन करवाएं:

"1 मिनट में कितनी बार ताली बजा सकते हो?"

"30 सेकंड में कितनी बार कूद सकते हो?"






---

चरण 3: व्यावहारिक अनुभव (पांचवां और छठा दिन)

गतिविधियां:

1. दैनिक समय सारणी तैयार करना:

बच्चों को उनके दैनिक कार्यों (जैसे उठना, नाश्ता करना, स्कूल आना) का समय लिखने को कहें।

यह सूची बनवाएं:

सुबह 6:00 बजे उठना।

सुबह 7:30 बजे नाश्ता करना।

सुबह 8:30 बजे स्कूल आना।




2. समय प्रबंधन का महत्व:

बच्चों से चर्चा करें कि अगर वे देर से उठें तो स्कूल में क्या हो सकता है।

उन्हें यह सिखाएं कि समय पर काम करने से वे अपने दिन को बेहतर ढंग से व्यवस्थित कर सकते हैं।



3. घड़ी के साथ समूह कार्य:

बच्चों को 5-6 के समूहों में बांटकर, एक समूह को समय बताने और दूसरे समूह को घड़ी पर दिखाने को कहें।

बच्चों को इस गतिविधि के दौरान सही समय पहचानने और दिखाने की आदत डलवाएं।





---

चरण 4: समय का महत्व समझाना (सातवां और आठवां दिन)

गतिविधियां:

1. कहानी और चर्चा:

बच्चों को कहानी सुनाएं: "समय का पालन करने वाला राजा।"

कहानी में राजा अपनी प्रजा को समय पर काम करने की सलाह देता है और खुद भी इसका पालन करता है।


बच्चों से प्रश्न पूछें:

अगर राजा समय का पालन न करता, तो क्या होता?

समय पर काम करने से तुम्हें क्या लाभ होता है?




2. समय और अनुशासन:

बच्चों को यह समझाएं कि समय पर स्कूल आना, होमवर्क करना, और खेल खेलना उनके जीवन को अनुशासित बनाता है।



3. समूह चर्चा:

बच्चों से कहें कि वे ऐसे उदाहरण लिखें जहां समय का पालन करना जरूरी है, जैसे:

परीक्षा में समय पर उत्तर लिखना।

खेल के दौरान समय का ध्यान रखना।






---

चरण 5: समापन गतिविधि (नौवां और दसवां दिन)

गतिविधियां:

1. समय आधारित प्रश्नोत्तरी:

प्रश्न तैयार करें:

"1 घंटे में कितने मिनट होते हैं?"

"12:15 में छोटी और बड़ी सुई कहां होंगी?"

"सुबह और शाम में कौन से समय को एएम और पीएम कहा जाता है?"


बच्चों को प्रश्नोत्तरी में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करें।



2. प्रदर्शनी और प्रस्तुति:

बच्चों को उनकी बनाई हुई घड़ी के साथ समय का प्रदर्शन करने को कहें।

सभी बच्चों को उनके प्रयास के लिए प्रमाण पत्र या पुरस्कार दें।





---

प्रदर्शनी और मेला आयोजन

1. बच्चों द्वारा बनाई गई घड़ियों की प्रदर्शनी।


2. बच्चों द्वारा समय पढ़ने और बताने का लाइव प्रदर्शन।


3. माता-पिता को बच्चों की प्रगति दिखाने के लिए आमंत्रित करें।




---

प्रोजेक्ट की उपलब्धियां

1. बच्चों ने समय पढ़ने, लिखने और समझने की सटीक कला सीखी।


2. बच्चों में समय प्रबंधन और अनुशासन की भावना बढ़ी।


3. दैनिक जीवन में समय के महत्व को समझने में बच्चों को मदद मिली।


4. बच्चों ने घड़ी बनाने और व्यावहारिक गतिविधियों से सीखने का आनंद लिया।




---

यह प्रोजेक्ट बच्चों के समग्र विकास के साथ-साथ उनकी तार्किक और व्यावहारिक क्षमता को भी बढ़ावा देगा।


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

खटीमा ब्लॉक में शिक्षा के स्तर को बेहतर बनाने के लिए किए जा रहे बेहतरीन प्रयास दिनांक: 18 दिसंबर 2024

सेवानिवृत्त शिक्षक: समाज का मौन निर्माता और प्रेरणा के जीवंत स्रोत

थारू भाषा समर कैंप 2025 :थारू भाषा-संस्कृति संवर्धन की दिशा में एक प्रेरणादायक पहल